सादगी के साथ रहते हैं नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम
गंगोलीहाट से नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम काफी सादगी के साथ रहते हैं। उनका बड़ा बेटा आज भी गाड़ियों के पंक्चर जोड़ने का काम करता है। बेटे जगदीश का कहना है कि उसे अपने काम पर कभी शर्मिंदगी महसूस नहीं हुई। नवनिर्वाचित विधायक का परिवार हल्द्वानी के दमुवाढूंगा में रहता है।
विधायक फकीर राम के दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़े बेटे जगदीश राम ने बताया कि वह करीब 12 साल से पंक्चर बनाने का काम करते हैं और इसी से परिवार का खर्च चलाते हैं। परिवार चलाने के लिए किसी से मदद नहीं मांगी।
बताया कि उनका छोटा भाई वीरेंद्र राम फर्नीचर का काम करता है। मां बलपा देवी गृहिणी और पिता राजनीति से जुड़े हैं।
पिता के चुनाव जीतने पर परिवार काफी खुश है। बलपा देवी ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद पति एक दिन के लिए घर आए थे लेकिन फिर देहरादून चले गए। बताया कि वह एक सप्ताह बाद होली पर घर आएंगे। घर पर बधाई देने वाले शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है।
विधायक के करीबी बिठौरिया नंबर एक निवासी विपिन शर्मा का कहना है कि फकीर राम ने अपने व्यवहार और सादगी की बदौलत राजनीति में मुकाम हासिल किया है। भाजपा से टिकट मिलने के बाद उन्होंने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को चुनाव में पराजित किया। क्षेत्र के युवाओं में भी उनकी लोकप्रियता है।
पिता के चुनाव जीतने पर परिवार काफी खुश है। बलपा देवी ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद पति एक दिन के लिए घर आए थे लेकिन फिर देहरादून चले गए। बताया कि वह एक सप्ताह बाद होली पर घर आएंगे। घर पर बधाई देने वाले शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है।
विधायक के करीबी बिठौरिया नंबर एक निवासी विपिन शर्मा का कहना है कि फकीर राम ने अपने व्यवहार और सादगी की बदौलत राजनीति में मुकाम हासिल किया है। भाजपा से टिकट मिलने के बाद उन्होंने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को चुनाव में पराजित किया। क्षेत्र के युवाओं में भी उनकी लोकप्रियता है।