मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में घातक साबित हुआः गोदियाल
मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में घातक साबित हुआः गोदियाल
देहरादून। सहसपुर से उठा मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में घातक साबित हुआ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार को कहा कि इस विवाद के कारण भाजपा धुव्रीकरण की साजिश में कामयाब रही।
कम से कम तीन से साढ़े प्रतिशत प्रतिशत वोट कांग्रेस से छिटक गया। बकौल गोदियाल, यूनिवर्सिटी की मांग करने वाले व्यक्ति को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के मामले की जांच की जाएगी।
आखिर किस व्यक्ति ने उसकी नियुक्ति की। सोमवार को राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेस में गोदियाल ने साफगोई से स्वीकार किया कि चुनाव में मोदी फैक्टर और यूनिवर्सिटी विवाद काफी प्रभावी हो गए थे। कांग्रेस जनहित को ध्यान में रखते हुए बेरेाजगारी, महंगाई, सुशासन, पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रही थी, जबकि भाजपा धुव्रीकरण पर सीमित रही। यूनिवर्सिटी की मांग रखने वाले कांग्रेस नेता आकिल अहमद को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के आदेश से भी गोदियाल ने अनभिज्ञता जाहिर की। कहा कि यह आदेश मेरे हस्ताक्षर से भी हो सकता है, मेरा पैड हस्ताक्षर के साथ पार्टी मुख्यालय में ही रहता है।
इस मामले को दिखवाया जा रहा है। हार पर आरोप-प्रत्यारोप करने को गलत बताते हुए गोदियाल ने सभी सीनियर नेता और कार्यकर्ताओं को भी नसीहत की कि वो मीडिया और सोशल मीडिया पर अपनी बात न रखे। बल्कि पार्टी मंच पर ही अपनी बात को रखे। पार्टी की हार की जिम्मेदारी सामुहिक है। किसी पर दोषारोपण नहीं किया जा सकता। गोदियाल ने कहा कि पूर्व सीएम रावत रामनगर से ही चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन स्थानीय समीकरण के कारण उन्हें लालकुआं से लड़ने को कहा गया। इसमें मैंने भी पैरवी की। होली के बाद चुनाव नतीजों की समीक्षा की जाएगी।