दिनभर रैली, रात में बैठकें; उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में अमित शाह ने पुराने अंदाज में मारी एंट्री
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पुराने अंदाज में सांगठनिक फीडबैक और टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के मंथन की कमान संभाली है। अमित शाह ने दिन में रैलियां करने और रात में सभाएं करने की अपनी पुरानी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। वह रात्रि विश्राम करेंगे और बैठकें करेंगे, जैसा कि उन्होंने काशी, अवध और रोहिलखंड क्षेत्रों में किया था।
यूपी चुनाव के प्रचार में पूरी कोशिश कर रही बीजेपी संगठन को मजबूत करने और टिकट बंटवारे को लेकर शुरुआती मंथन में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी के शीर्ष नेता जहां यात्रा और जनसभाओं में लगे हुए हैं, वहीं पूर्व में यूपी के लिए चाणक्य की भूमिका निभा चुके अमित शाह ने यह पूरी जिम्मेदारी ली है। अमित शाह रैलियों और रात की बैठकों के जरिए न सिर्फ सांगठनिक तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं बल्कि अपने पुराने अंदाज में टिकटों पर मंथन भी कर रहे हैं।
मंगलवार को हरदोई और सुल्तानपुर में जनसभाओं में विपक्ष पर हमला करने के बाद अमित शाह काशी पहुंचे और रात में संगठनात्मक बैठक की। बैठक अमित शाह के पुराने अंदाज की ओर इशारा करती है, जो चुनाव प्रबंधन में माहिर माने जाते हैं। यूपी चुनाव से पहले रात की बैठकें भी टिकट वितरण और अंतिम प्रतिक्रिया के प्रति अमित शाह की बढ़ती दिलचस्पी का स्पष्ट संकेत दे रही हैं।