उत्तराखंड

हमारा प्रयास है कि युवा सिर्फ रोजगार पाने वाले न बने, बल्कि रोजगार देने वाले बनें : सीएम धामी

कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने राज्य की लोक परंपरा एवं संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां दीं

उत्तराखंड :  युवा संवाद में विकासनगर की वंशिका ममगाईं समेत कई छात्रों ने सीएम धामी से बेबाकी से प्रश्न किए तो उन्होंने  भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए उनके प्रश्नों के उत्तर दिए। सीएम ने कहा कि तुम्हें अपने मात-पिता से यह कहना चाहिए कि अपने कॅरिअर के मैं जो भी करुंगी, वह बहुत अच्छा करुंगी।हमें कुछ बनने के लिए नहीं बल्कि देश-समाज के लिए सराहनीय काम करना है। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में ‘हिल की बात : युवा संवाद’ कार्यक्रम में सीएम ने स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान बागेश्वर के दिव्यम कंडवाल ने कहा कि उनके पिता राजनीति में थे।

मम्मी की हमेशा शिकायत रहती थी कि वह परिवार को समय नहीं दे पा रहे हैं। परिवार को समय न दे पाने को लेकर शिकायत का कभी ऐसा समय आपके जीवन में भी आया? जवाब में सीएम ने कहा- यह बिल्कुल सच यह समय बार-बार आता है लेकिन राजनीति कोई पार्टटाइम जॉब नहीं है। इसके लिए बहुत कुछ बलिदान करना पड़ता है। यह प्रोफेशन नहीं, मिशन है।

भूमिका रावत ने पूछा कि देहरादून भारत की स्कूल राजधानी है लेकिन उच्च शिक्षा के मामले में लड़कियों को बाहर जाने को मजबूर होना पड़ता है? इस पर सीएम ने कहा कि सरकार इस दिशा में गंभीर है और उच्च शिक्षा के विश्वस्तरीय संस्थान खोलेगी। रोजगार व स्वरोजगार के दिशा में काम हो रहा है। कहा कि हमें 2025 तक उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। इसके लिए छात्र-छात्राओं और युवाओं का भी सहयोग जरूरी है। 2025 तक देवभूमि को नशामुक्त बनाने का लभ्य रखा गया है।

ऋषिका भट्ट ने पूछा कि पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों के लिए समय कैसे निकालें? सीएम ने कहा कि बच्चों को इस बात का ध्यान देना होगा कि जिस समय जो कार्य कर रहे हैं, उस समय पूरा ध्यान उस कार्य पर होना चाहिए। गढ़खेत की रिया गुंसाई ने पूछा कि युवाओं के लिए आपका क्या विजन है? जवाब में सीएम ने कहा कि हमारा प्रयास है कि युवा सिर्फ रोजगार पाने वाले न बने, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। राज्य में स्वरोजगार के अलावा हार्टिकल्चर, पर्यटन, स्टार्टअप को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है।

कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने राज्य की लोक परंपरा एवं संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। स्कूली बच्चों द्वारा भाषण एवं कविता का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। इस अवसर पर बच्चों ने मुख्यमंत्री से संवाद भी किया। सीएम ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त कानून लागू किया गया है। जो भी भर्ती परीक्षाओं में धांधली करते हुए पाए गए उन पर सख्त कार्रवाई की गई। 90 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया। इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक दुर्गेश पंत, आर.जे काव्य एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए युवा उपस्थित थे।

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