भाजपा नेतृत्व की बैठक में योगी शामिल,सरकार बनाने की कवायद तेज
योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन मंत्री सुनील बंसल, उत्तर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह भी दिल्ली आएंगे। माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व की बैठक में योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरे को लेकर चर्चा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने इतिहास रचते हुए सत्ता में वापसी की है। भाजपा गठबंधन को 273 सीटें मिली है। इन सबके बीच से उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने की कवायद भी तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली पहुंच रहे हैं जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी। नरेंद्र मोदी के अलावा योगी आदित्यनाथ गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। खबर यह भी है कि संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ में उनकी एक बड़ी बैठक होनी है। बताया जा रहा है कि योगी के दिल्ली दौरे के दौरान ही उत्तर प्रदेश में सरकार के शपथ ग्रहण पर भी निर्णय होगा। अब तक यह तय नहीं हो पाया है योगी आदित्यनाथ दोबारा कब शपथ लेंगे।
योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन मंत्री सुनील बंसल, उत्तर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह भी दिल्ली आएंगे। माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व की बैठक में योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरे को लेकर चर्चा की जाएगी। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व रहेगा। उनके साथ चार उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं जिसे जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए तय किया जाएगा। मंत्रियों के नामों के लिए योग्यता, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को भी ध्यान में रखा जाएगा। चुनावी जीत के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला दिल्ली दौरा होगा।
जिन 4 लोगों का नाम उपमुख्यमंत्री के रेस में सबसे आगे हैं उनमें स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य की चर्चा सबसे ज्यादा है। हालांकि फैसला भाजपा नेतृत्व को लेना है। बताया जा रहा है कि इस बार के मंत्रिमंडल में योगी आदित्यनाथ अपने पसंदीदा चेहरों को भी रख सकते हैं। कन्नौज से जीतने वाले पूर्व आईपीएस असीम अरुण को भी मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा सरोजिनी नगर से जीत हासिल करने वाले पूर्व इडी अधिकारी राजेश्वर सिंह भी मंत्रिमंडल में जगह पाने के रेस में है। मंत्री पद की रेस में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और नरेंद्र मोदी के करीबी नौकरशाह रहे अरविंद कुमार शर्मा को भी जगह दी जा सकती हैं।