उत्तराखंड कांग्रेस ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर देहरादून में पदयात्रा निकाली
7 सितंबर 2023 देहरादून: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को आज एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर आज उत्तराखंड कांग्रेस पद यात्रा निकाली. ये पदयात्रा कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से शहीद स्मारक तक निकाली गई. पदयात्रा का नेतृत्व करन माहरा और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किया. पैदल यात्रा में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के मुख्य पर्यवेक्षक प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, कांग्रेस नेता काजी निजामुद्दीन, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा भारत जोड़ो यात्रा ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी यात्रा रही. जिसकी आज वर्षगांठ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी. उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश में मोहब्बत बांटने का काम किया. उन्होंने यात्रा में प्रेम और स्नेह की बात की. उस परिवर्तन के दम पर कांग्रेस राजनीतिक दलों के साथ मिलकर 2024 में परिवर्तन की राजनीति करने जा रही है.पदयात्रा में शामिल हुए पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा आज से एक वर्ष पूर्व देश की एकता और अखंडता को लेकर व महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने भारत जोड़ने की यात्रा शुरू की थी. आज उस यात्रा को एक साल पूरा हो गया है. उन्होंने कहा राहुल गांधी ने जो यात्रा शुरू की थी वह यात्रा निरंतर जारी है. इसलिए आज उत्तराखंड में यह यात्रा शुरू की गई है. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा देश आज बेरोजगारी और महंगाई की चपेट में है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई को नजरअंदाज कर रहे हैं. वे देश को एक बार फिर बांटने की कोशिश कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखना इस यात्रा का उद्देश्य है. उन्होंने कहा कांग्रेस की विचारधारा और सर्वधर्म समभाव की है. जिसका संदेश राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिये दिया.प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ विवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गर्व का विषय है कि राजकुमार भरत कोटद्वार के कण्वाश्रम में पैदा हुए थे, लेकिन भाजपा की मानसिक स्थिति पर उन्हें चिंता हो रही है, क्योंकि भारत का प्रत्येक नागरिक देश को भारत, हिंदुस्तान और इंडिया तीनों नाम से जानता है, लेकिन जब से गठबंधन का नाम इंडिया पड़ा है, तब से भाजपा और आरएसएस के पेट में दर्द हो रहा है.