इस बार देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात‘ की 100वीं कड़ी को सुनेंगे
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के प्रसारण को दुनिया के दूसरे देशों में पहुंचाने की योजना तैयार की है. इस बार पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का प्रसारण किया जाएगा. इस तरह की रणनीति से दुनिया के उन देशों में पीएम मोदी के मन की बात को पहुंचाया जा सकेगा जो देश उनको सुनना चाहते हैं. सभी देश प्रधानमंत्री के कार्यों की सराहना करते हैं. भाजपा नेताओं ने कहा इस कार्यक्रम को दुनिया भर में प्रसारित करने का मकसद इसलिए है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक वैश्विक नेता हैं. सभी देश प्रधानमंत्री के काम की सराहना करते हैं. लोग उनको सुनना चाहते हैं. हमारा मकसद है कि हम प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ को अधिक से अधिक देशों में प्रसारित करें. उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ सीरीज में जिन-जिन हस्तियों का जिक्र किया गया है, उन्हें सम्मानित किया जाएगा. नेता का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन उल्लेखनीय नामों को ‘मन की बात’ सीरीज में लिया गया है, उनको उनके राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपालों द्वारा सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा इन नायकों की दिल्ली में भी स्वागत करने की योजना बनाई जा रही है. इन सबके साथ-साथ मन की बात की 100वीं कड़ी को सुना जाएगा. पार्टी नेताओं का कहना है कि मन की बात कार्यक्रम सुनने के लिए डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ समाज के अन्य सभी वर्ग के लिए लोगों के समूह बनाए जाएंगे जोकि इस कार्यक्रम को सुनेंगे. हर लोकसभा क्षेत्र में 100 जगहों पर 100 लोग बैठकर पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुन सकेंगे. इसके अलावा पद्म भूषण या पद्म विभूषण से सम्मानित लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा और सुना जाएगा. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम और विनोद तावड़े ‘मन की बात’ कार्यक्रम के प्रभारी हैं, उनके नेतृत्व में यह कार्यक्रम पूरे राज्यों में चलाया जा रहा है. इसके लिए बीजेपी ने पूरी टीम भी तैयार कर ली है. ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को प्रसारित होगा. 100वें एपिसोड को सफल बनाने के लिए बीजेपी इसे एक लाख से ज्यादा बूथों पर टेलीकास्ट करने की तैयारी कर रही है. पीएम नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को हुई थी.