अजय भट्ट ने जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत जसपुर विधानसभा की ₹169.82 लाख की पेयजल योजना का लोकार्पण किया
जसपुर | केंद्रीय रक्षा एवम पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत जसपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत गणेशपुर ग्राम समूह पेयजल योजना का निर्माण कार्य स्वीकृत लागत ₹169.82 लाख) का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योजना के निर्माण से विकासखण्ड जसपुर की गणेशपुर सोलर पम्पिंग ग्राम समूह पेयजल योजना के अन्तर्गत सम्मिलित गणेशपुर एवं केशरीपुर राजस्व ग्राम की लगभग 734 जनसंख्या (लगभग 180 परिवार) लाभान्वित हो गये है एवं 55 लीटर प्रतिव्यक्ति प्रति दिन मानक दर से शुद्ध पाईप्ड पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है जोकि बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है और वर्तमान में योजना की ट्रायल एवं टेस्टिंग के दौरान पेयजल आपूर्ति की जा रही है ।
केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत हर घर नल द्वारा जल उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम में 90:10 (केन्द्रांश : राज्यांश) के अनुपात में धनराशि की व्यवस्था की गयी है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्यतः पेयजल एवं ग्रे वाटर मैनेजमेन्ट आदि के कार्य होने हैं, जिन पर इस योजना के अन्तर्गत विशेष ध्यान दिया गया है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत राजस्व ग्राम गणेशपुर एवं केशरीपुर हेतु गणेशपुर सोलर पम्पिंग ग्राम समूह पेयजल योजना अनुमानित लागत रू0 169.82 लाख ( 18% जी०एस०टी० उपरान्त संशोधित लागत रू0 175.13 लाख) का निर्माण कार्य किया गया है। उक्त योजना के अन्तर्गत एक नग 100 के.एल./ 16 मी. स्टेजिंग उच्च जलाशय, वितरण प्रणाली 90 एम.एम. व्यास से 110 एम.एम. व्यास की एच.डी.पी.ई. पी. 100 पी. एन- 66410 मी0, राईजिंग मेन (पाईप लाईन) 100एम.एम. व्यास डी.आई. के. – 915 मी0, एफ.एच.टी. सी – 180 नग, 01 नग नलकूप एवं 01 नग पम्प हाउस आदि निर्माण कार्य मय सामग्री, टेस्टिंग / कमीशनिंग आदि का निर्माण कार्य किये गये है। विकासखण्ड जसपुर मे गणेशपुर ग्राम समूह पेयजल योजना द्वारा उच्च जलाशय, नलकूप/पम्प हाउस आदि के लिये ग्राम पंचायत गणेशपुर द्वारा उपलब्ध करा दी गयी थी, उक्त भूमि पर उच्च जलाशय एवं पम्प हाउस इत्यादि कार्य पूर्ण कर दिये गये है एवं सम्मिलित ग्रामो में गणेशपुर एवं केशरीपुर में वितरण प्रणाली एवं एफ.एच.टी.सी. क्रियाशील पेयजल संयोजन आदि सम्बन्धी कार्य पूर्ण है। योजना का निर्माण 21 माह में पूर्ण कर लिया गया है ।