पत्नी की बीमारी व आर्थिक तंगी के चलते डॉक्टर ने पत्नी संग नशे का इंजेक्शन लगा मौत को लगाया गले
उत्तराखंड 1 जून 2023 : उत्तराखंड के काशीपुर से एक दुखद घटना सामने आ रही है यहाँ बीमारी की वजह से आर्थिक तंगी से आहत एक आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ.इंद्रेश शर्मा ने पत्नी संग नशे का इंजेक्शन लगाकर अपनी जीवनलीला ख़त्म कर ली। सैनिक कॉलोनी में रहने वाले डॉक्टर की पत्नी बीते 12 वर्षों से कैंसर से जूझ रही थीं। जिसके महंगे उपचार के चलते डॉक्टर की लाखों रुपये की जमा पूंजी समाप्त हो चुकी थी। फीस न दे पाने की वजह से 12 वर्षीय बेटे का स्कूल भी 3 वर्ष पहले छुड़वा दिया था।
पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें चिकित्सक ने खुदखुशी के लिए स्वयं को ही जिम्मेदार ठहराया है। मूल रूप से देहरादून निवासी डॉ.इंद्रेश शर्मा (50) पुत्र रामनाथ शर्मा लगभग 15 वर्षों से काशीपुर की सैनिक कॉलोनी में किराये के मकान में पत्नी वर्षा शर्मा एवं 12 वर्षीय पुत्र ईशान के साथ रहते थे। डॉ.शर्मा कृष्णा चिकित्सालय में बतौर इमरजेंसी डॉक्टर काम करते थे। बुधवार प्रातः डॉ.शर्मा और उनकी पत्नी वर्षा के शव संदिग्ध हालात में बिस्तर पर मिले। उनका पुत्र ईशान जब प्रातः उठा तो बहुत देर तक मम्मी-पापा के नहीं उठने पर उसने इसकी खबर पड़ोसियों को दी, तब पता चला कि दोनों की मौत हो चुकी है। तत्पश्चात, पड़ोसियों ने इसकी खबर पुलिस को दी।
सूचना पर ASP अभय सिंह, RTI थाना प्रभारी एके सिंह सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर पति-पत्नी की लाशों को कब्जे में लिया। बेड के पास खाली वॉइल और सीरिंज के साथ ही एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ। सुसाइड नोट में डॉ.शर्मा ने अपने जीवन को स्वयं खत्म करने की बात लिखी है। वहीं, बेटे ईशान ने बताया कि उसकी मां 12 वर्षों से कैंसर से पीड़ित थी। बीमारी और कोरोना के चलते परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। डॉक्टर और उनकी पत्नी का पैनल के माध्यम से पोस्टमार्टम कराया गया। कहा जा रहा है कि एनेस्थीसिया की ओवरडोज के चलते डॉक्टर और उनकी पत्नी की जान गई। डॉक्टर के बेटे ने सबसे पहले उसे इंजेक्शन लगाने की जिद पकड़ ली थी। हालांकि, उन्होंने बेटे को दूसरा कोई इंजेक्शन लगाया जिससे उसकी जान नहीं गई। वह गहरी नींद में सो गया तथा प्रातः उसकी आंख खुली तो माता-पिता की मौत हो चुकी थी।