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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की एक दिवसीय बैठक सम्पन्न

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मार्च को अपने मंत्रिपरिषद की एक दिवसीय बैठक की अध्यक्षता की. जिसमें ‘विकसित भारत: 2047’ लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार किए गए विजन दस्तावेज पर ‘मंथन’ किया गया, साथ ही अगले पांच साल के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई. मंत्रिपरिषद में पीएम मोदी ने मंत्रियों को करीब 1 घंटे संबोधित किया.पीएम मोदी ने मंत्रियों को कहा कि वह बोलने में परहेज करें, सोच समझकर बोलें. पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा कि बोलना है तो योजनाओं पर बोलें, विवादित बयानों से बचें.

पीएम मोदी ने डीप फेक से बचने की सलाह भी अपने मंत्रियों के दी. उन्होंने कहा कि आवाज बदलकर धोखा देने की जो कोशिश की जाती है, उससे सतर्क रहें. पीएम मोदी ने कहा कि मैंने राज्यसभा के सांसदों को चुनाव लड़ने को कहा था. पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत की झलक इस बजट में दिखनी चाहिए, जो इस बार जून में पेश होगा. मंत्रिपरिषद की इस बैठक में पांच प्रेजेंटेशन सचिवों ने दिया. जबकि अश्विनी वैष्णव, हरदीप पुरी, किरेन रीजीजू, अर्जुन मेघवाल, पीयूष गोयल ने प्रजेंटेशन पर अपने सुझाव दिए.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की बैठक में विकसित भारत 2047 के विजन दस्तावेज और अगले 5 साल के लिए विस्तृत कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया गया. मई, 2024 में नई सरकार के गठन के बाद तत्काल कार्यान्वयन के लिए एक 100-दिवसीय एजेंडे पर भी काम किया गया. विकसित भारत के रोडमैप में साफ तौर पर से राष्ट्रीय दृष्टि, आकांक्षाएं, लक्ष्य और कार्य बिंदुओं के साथ एक व्यापक खाका है. इसके लक्ष्यों में आर्थिक विकास, एसडीजी, जीवनयापन में आसानी, व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण आदि जैसे क्षेत्र शामिल हैं.विकसित भारत का रोडमैप 2 साल से अधिक की गहन तैयारी का नतीजा है. इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श और युवाओं को उनके विचार, सुझाव और इनपुट हासिल करने के लिए संगठित करने का एक संपूर्ण सरकारी नजरिया शामिल था. विभिन्न स्तरों पर 2700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए. इसके लिए 20 लाख से अधिक युवाओं के सुझाव हासिल हुए।

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