उत्तराखंड

प्रदेश में जितने भी रिजॉर्ट होटल और होमस्टे हैं उनकी सूची तत्काल उपलब्ध करवाई जाए- महाराज

वनन्तरा जैसी पुर्नावृत्ति प्रदेश में दोबारा न हो: महाराज

 

देहरादून। वनन्तरा जैसी पुर्नावृत्ति दोबारा न हो इसे देखते हुए राज्य में चल रहे सभी होटल, होम स्टे और रिजॉर्ट की गहनता से जांच कर उनके पंजीकरण व वहाँ होने वाली गतिविधियों पैनी निगाह रखी जाये।उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, लघु सिंचाई, ग्रामीण निर्माण, पंचायती राज, जलागम प्रबन्धन, संस्कृति, धर्मस्व, भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजना मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे को निर्देशित करते हुए कही। उन्होने कहा कि प्रदेश में जितने भी रिजॉर्ट होटल और होमस्टे चल रहे हैं उनमें कितने पंजीकृत हैं और कितने बिना पंजीकरण के चल रहे हैं उनकी सूची तत्काल उपलब्ध करवाई जाए।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव पर्यटन को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में बिना पंजीकरण के अवैधानिक रूप से चल रहे रिजॉर्ट, होटल और होमस्टे किसकी इजाजत से चल रहे हैं इसकी जांच की जाए। उन्होने कहा कि उनके संज्ञान में आया है नदियों के किनारे बने रिजॉर्ट, होटल और होमस्टे में आने वाले कुछ अवांछित तत्व नदी के किनारे बैठकर मांस एवं मदिरा का सेवन करते हैं ऐसे लोगों के विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।

श्री महाराज ने नियम विरूद्ध नदियों के किनारे बनने वाले रिजॉर्ट, होटल और होमस्टे पर भी पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे को कार्यवाही के लिए कहा है। रिजॉर्ट, होटल और होमस्टे पर चल रही दबिश की कार्यवाही पर उन्होने कहा कि पुलिस उन्ही रिजॉर्ट, होटल और होमस्टे पर दबिश दे रही है जिनका संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने सचिव पर्यटन से कहा है कि वनन्तरा जैसी पुनरावृति दोबारा ना हो इसलिए प्रदेश में चल रहे सभी वैधानिक और अवैधानिक होटल, रिजॉर्ट और होमस्टे की सूची तत्काल तैयार की जाए और उनके पंजीकरण सहित सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाये।

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