क्राइमदेश

क्राइम पेट्रोल देख रची पति की हत्या की साजिश !!!

29 मार्च 2016 को दोनों ने शादी की धूमधाम से शादी हो गई। रोहित इस शादी से बेहद खुश था, लेकिन सीमा खुश नहीं थी। उसे उस घर में उलझन हो रही थी। अप्रैल के पहले हफ्ते में मां से बात की और कहा, मैं यहां नहीं रहना चाहती

एक लड़की जिसने एक लड़के को तलाक दिया। दूसरे से शादी की, लेकिन उसे पंसद कोई और था। जिससे शादी की उसे रास्ते से हटाने के लिए टीवी ने उसे आइडिया दे दिया। वह अपने मंसूबों में कामयाब भी हो जाती, लेकिन पुलिस एक कदम आगे निकली और पकड़ गई। राजस्थान का जोधपुर जिला। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या के मामले में बाकी जिलों से पीछे। 1000 पुरुषों पर यहां करीब 960 महिलाएं। 2010-11 में यह अनुपात 900 के आसपास हुआ करता था। लड़कियां कम होने के कारण यहां शादियों का सिस्टम भी बदल गया। कुछ लोगों ने इसे आपदा में अवसर माना और शादियां करवाने का काम करने लगे। इसके बदले वह लाख रुपए से लेकर तीन लाख रुपए तक लेते थे।

27 साल के रोहित की शादी के लिए घरवाले लड़की ढूंढ रहे थे, लेकिन मिल नहीं रही थी। इसी दौरान शादियां करवाने वाले लोगों ने रोहित के परिवार से संपर्क किया और कहा, “हम आपकी शादी करवा देंगे, लेकिन पैसा लगेगा।” रोहित का परिवार मान गया। परिवार को एक लड़की दिखाई गई। जिसका नाम सीमा था। सीमा की एक शादी हो चुकी थी, लेकिन कुछ दिन रहने के बाद उसने उस पति को तलाक दे दिया था। सीमा सुंदर थी इसलिए तलाक रोड़ा नहीं बना।

29 मार्च 2016 को दोनों ने शादी की धूमधाम से शादी हो गई। रोहित इस शादी से बेहद खुश था, लेकिन सीमा खुश नहीं थी। उसे उस घर में उलझन हो रही थी। अप्रैल के पहले हफ्ते में मां से बात की और कहा, मैं यहां नहीं रहना चाहती। मां ने कहा, “ऐसा नहीं करते सीमा, तुम वहीं रहो। कुछ दिन में सब बढ़िया हो जाएगा।” मां की बात से सीमा रुक तो गई, लेकिन उसके दिमाग में इस शादी से छुटकारा कैसे मिले चलने लगा।जोधपुर में पैसा देकर होने वाली शादियों में एक रिवाज ये था कि दुल्हन को 12 महीने तक ससुराल में ही रहना होगा। इस दौरान दुल्हन के घर वाले तो आ सकते हैं, लेकिन दुल्हन नहीं जा सकती। सीमा के लिए यह बड़ा दुख था, क्योंकि जिससे वह प्यार करती थी उससे मिलने के लिए वह अपने घर नहीं जा सकती। उसने एक तरकीब निकाली। प्रेमी को ससुराल बुलाया और रोहित से बताया कि वह मामा के लड़के हैं।

रोहित सहित परिवार के सभी लोगों ने उसका स्वागत किया। खाने-पीने की बढ़िया चीजें बनीं। रात में रोहित खुद छत पर सोने चला गया और वह सीमा के साथ कमरे में सोया। उसी रात सीमा ने तय कर लिया कि अब रोहित को रास्ते से हटाकर रहूंगी। यह बात उसके प्रेमी को भी पता थी, लेकिन उसे इतना नहीं पता था कि घटना को इतनी भयानक तरीके से अंजाम दिया जाएगा । 6 मई 2016, रात के 8 बजे थे। सभी खाना खाकर अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। रोहित और सीमा अपने कमरे में गए। रोहित खुश था। सीमा ने कहा, “आइए आज एक खेल खेलते हैं।” रोहित ने कहा, “ठीक है, बताओ क्या करना है?” सीमा ने एक रस्सी ली और रोहित का हाथ तेजी से बांध दिया। रोहित खुशी-खुशी हाथ बंधवा लेता है। सीमा ने इसके बाद रोहित की गर्दन दबाई।रोहित से पूछा, मैं गर्दन दाबकर तुम्हें मारना चाहती हूं। रोहित को सब मजाक लग रहा था। उसने कुछ नहीं कहा। इसी दौरान सीमा ने एकबारगी जोर से गला दबा दिया। रोहित बेहोश हो गया। यहां से सीमा का असली रूप सामने आ गया। उसने तुरंत ब्लेड निकाला और रोहित के दाहिने हाथ की नस को बेदर्दी से काट दिया। तेज रफ्तार से खून निकलने लगा। सीमा यह सब देख रही थी। दो घंटे बाद जब उसे विश्वास हो गया कि रोहित की जान निकल चुकी है तब वह वहां से उठी।हत्या के बाद सीमा कमरे से चीखते हुए बाहर भागी। वह कहती, “रोहित ने सुसाइड कर लिया, नस काट ली।” लोग कमरे में गए। देखकर सन्न रह गए। रोहित की लाश बेड पर पड़ी थी। दाहिना हाथ बेड से नीचे लटका हुआ था। खून की बूंद निकलनी बंद हो गई। जो जमीन पर गिरा था वह भी जम गया। परिवार को सीमा पर शक हो गया। इसकी दो वजहें थीं।एक जिस तरह से खून जमा था उससे साफ नजर आ रहा था कि मौत दो घंटे पहले हुई, लेकिन सीमा की आंखों या चेहरे पर सोकर उठने जैसा कोई भाव नजर नहीं आया।दूसरा  रोहित सारा काम दाहिने हाथ से करता था, अगर उसे सुसाइड करना होता तो वह दाहिने हाथ से ही बांए हाथ की नस काटता, लेकिन यहां उल्टा था। दूसरी बात ये कि ब्लेड से हाथ ऐसा काटा गया कि हड्डी नजर आ रही थी।रात में ही पुलिस को सूचना दी गई। जोधपुर सदर थाने की SHO पुष्पा कंवर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और मर्डर के एंगल से जांच शुरू की। रोहित की पत्नी सीमा पहली नजर में आरोपी नजर आई, लेकिन वह इस कदर रो रही थी कि पुलिस को पूछने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया।7 मई 2016 को सीमा को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। नॉर्मल तरीके से पूछताछ में उसने कुछ नहीं बताया, लेकिन पुलिस को कुछ क्लू ऐसे मिले थे जिससे साफ इशारा हो रहा था कि कातिल सीमा ही है। इसलिए पुलिस ने कड़ाई दिखाई तो सीमा का झूठ खुल गया। उसने बता दिया कि मर्डर उसने किया। उसके गुनाह कबूल करते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जोधपुर की यह घटना क्राइम पेट्रोल के एक एपिसोड से प्रेरित थी। उस प्रोग्राम में एक महिला को दूसरे व्यक्ति से प्यार हो जाता है। पति को रास्ते से हटाने के लिए उसके साथ एक खेल खेलती है। खेल के अंजाम से आदमी अंजान था इसलिए वह उसे खेल ही समझ रहा था, लेकिन महिला के मंसूबे अलग थे।उसने हाथ बांधने के बाद कुर्सी के पीछे जाकर जोर से गला दबा दिया। व्यक्ति कुछ नहीं कर सका और कुछ देर में उसकी मौत हो गई। इस कार्यक्रम में यह भी दिखाया गया कि क्राइम ब्रांच ने उसे पकड़ लिया, लेकिन शायद जोधपुर की सीमा और गुजरात की कृष्णा ने इस हिस्से को नहीं देखा।

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