असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में छात्र संगठनों ने दी आंदोलन की चेतावनी !!!
राजकीय पीजी कॉलेज में छात्रा से छेड़छाड़ करने के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। आरोपी प्राध्यापक से जुड़े छेड़खानी के पुराने मामले भी सामने आने लगे हैं। छात्र-छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए प्राचार्य का घेराव किया और महाविद्यालय परिसर में प्रदर्शन कर आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। छात्र संगठनों ने प्राचार्य को शिकायती पत्र देकर कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार ने पूर्व में भी कई छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया है, जिनकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। छात्र-छात्राओं का विरोध प्रदर्शन तेज होता देखकर पुलिस को भी मौके पर बुलाना पड़ा। कोतवाल जगदीश सिंह ढकरियाल ने कॉलेज जाकर छात्र-छात्राओं के विरोध को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ जांच की जा रही है। आरोपी पर केस दर्ज हो गया है। काफी समझाने के बाद छात्र माने लेकिन आरोपी प्राध्यापक पर जल्द कार्रवाई न होने की दशा में छात्र संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। वहां पर छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी, प्रकाश वाछमी, हरेंद्र दानू, आशीष कुमार, शिव पूजन तिवारी, नितिन गुरुरानी, मोनिका खाती, वर्षा थापा, सावित्री नेगी, वैष्णवी साह आदि थीं।
पीड़िता ने दी कोतवाली में तहरीर आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ पीड़ित छात्रा ने कोतवाली में तहरीर दी है। कोतवाल जगदीश सिंह ढकरियाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ धारा 354 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच एसएसआई खष्टी बिष्ट को सौंपी गई है। किसी ने छोड़ दी कक्षा तो कोई डर से रही चुप
राजकीय पीजी कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक के छात्रा से छेड़छाड़ का मामला उजागर होने के बाद अब कई पुराने मामले भी सामने आने लगे हैं। एक छात्रा की दिलेरी ने पूर्व में प्राध्यापक की प्रताड़ना की शिकार हो चुकी कई छात्राओं को आपबीती बयां करने की हिम्मत दी है।
पीड़ित छात्राओं के फोन और मैसेज आ रहे
छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी से मिली जानकारी के अनुसार अब तक चार पूर्व छात्राओं ने प्राध्यापक के खिलाफ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कई अन्य छात्राओं ने भी अपने या साथी छात्राओं के साथ छेड़छाड़ होने की बात कही है। जोशी ने बताया कि मामले को लेकर कई पीड़ित छात्राओं के फोन और मैसेज आ रहे हैं।