उत्तराखंड

भाजपा का चुनाव घोषणापत्र आज जारी होगा :

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सु्रेश जोशी ने कहा कि यह हमारा दृष्टिपत्र ही नहीं शिलापत्र होगा।

भाजपा का चुनाव घोषणापत्र बुधवार को आएगा। पार्टी ने इसे दृष्टि पत्र नाम दिया है। बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी दृष्टिपत्र जारी करेंगे। राजधानी देहरादून में अपराह्न 12.15 बजे दृष्टिपत्र विमोचन का कार्यक्रम होगा।
दृष्टि पत्र की समिति के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के मुताबिक, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में पहली बार अंतिम गांव व्यक्ति से दृष्टिपत्र तैयार करने के लिए सुझाव लिए गए हैं। पार्टी ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर और ऑनलाइन माध्यम से 78 हजार लोगों के सुझाव प्राप्त किए। बकौल डॉ. निशंक, दृष्टिपत्र में किसान, महिला, डॉक्टर, इंजीनियर, कर्मचारी, व्यापारी, उद्यमी, छात्र, युवा हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है।यह हमारा उत्तराखंड को 2025 में देश का अग्रणीय राज्य बनाने का दृष्टिपत्र है। दृष्टिपत्र में देरी के सवाल पर निशंक ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। चुनाव घोषणापत्र ऐसे ही जारी किए जाते हैं। निशंक के मुताबिक, जिस तरह सबसे बड़े विमर्श से नई शिक्षा नीति तैयार की गई, उसी तरह का होमवर्क दृष्टि पत्र तैयार करने में किया गया। यह गेमचेंजर का काम करेगा। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सु्रेश जोशी ने कहा कि यह हमारा दृष्टिपत्र ही नहीं शिलापत्र होगा। कांग्रेस व अन्य विरोधी दल सत्ता में नहीं आने वाले। इसलिए कुछ भी वादे कर जल्दी घोषणापत्र लाने का दावा कर रहे हैं।बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पार्टी का दृष्टिपत्र जारी करने के बाद केदारनाथ में पार्टी प्रत्याशी शैला रानी रावत के समर्थन में अगस्त्यमुनि में जनसभा करेंगे। उनकी दूसरी जनसभा पार्टी उम्मीदवार सतपाल महाराज के समर्थन में अपराह्न 3.20 बजे चौबट्टाखाल में होगी।

उत्तराखंड क्रांति दल ने भाजपा के घोषणापत्र में देरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसकी वजह वर्ष 2017 में किए वादों को पूरा न कर पाना है। केंद्रीय प्रवक्ता विजय बौड़ाई ने कहा कि भाजपा ने पिछले चुनाव में विजन डॉक्यूमेंट के रूप में घोषणापत्र जारी कर जनता को लोक लुभावने सपने दिखाए, जो पूरे नहीं हो पाए हैं।उन्होंने कहा कि चुनाव में अब कुछ दिन बचे हैं, लेकिन भाजपा के घोषणापत्र का पता नहीं है। यह दर्शाता है कि भाजपा के पास उत्तराखंड के लिए कोई विजन नहीं है। इसकी एक अहम वजह यह भी है कि पिछले चुनाव में भाजपा ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं कर पाई है। 100 दिनों के भीतर लोकायुक्त की नियुक्ति, एयर एंबुलेंस, महिला अपराध रोकने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट, गरीबों को सस्ती बिजली सहित तमाम वादे भाजपा भूल गई।

रोजगार और पलायन जैसे अहम मुद्दों को भी वह भूल गई। आरोप लगाया कि भाजपा ने रोजगार के नाम पर चुनाव से कुछ महीने पहले भर्ती निकाली, लेकिन भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई। बौड़ाई ने कहा कि चुनाव में अपना घोषणापत्र जारी करने के बजाय भाजपा अब इधर उधर की बातें कर जनता को गुमराह कर रही है।

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