केदापुरम में डीएम का औचक निरीक्षण, नारी निकेतन से शिशु सदन तक परखी व्यवस्थाएं
देहरादून, 03 दिसंबर 2025 (सू.वि): जिलाधिकारी सविन बंसल ने केदारपुरम स्थित राजकीय नारी निकेतन, बालिका निकेतन, बाल गृह एवं शिशु सदन का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आवास, सुरक्षा, भोजन, स्वास्थ्य, साफ-सफाई और शौचालय संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। साथ ही महिलाओं और बच्चों से सीधे संवाद कर उनकी आवश्यकताओं और समस्याओं की जानकारी ली।
🔑 मुख्य निर्णय और निर्देश
- सुरक्षा: नारी निकेतन में दो महिला होमगार्ड की तत्काल तैनाती के आदेश।
- स्वास्थ्य: दो अतिरिक्त नर्सों की नियुक्ति और डॉक्टर की नियमित विजिट सुनिश्चित करने के निर्देश।
- आरबीएसके टीम: बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नियमित विजिट अनिवार्य।
- खेलकूद: बालिका निकेतन में खो-खो, कबड्डी, बैडमिंटन और योग के लिए समुचित खेल मैदान का निर्माण।
- सुविधाएं: शिशु सदन में सभी कमरों में ऑयल हीटर लगाने के निर्देश।
- आधार कार्ड: महिलाओं और बच्चों के लिए 11 मोबाइल फोन व सिम की मौके पर स्वीकृति।
- निर्माण कार्य: नारी निकेतन में डोर मैट्री भवन का निर्माण दो माह में पूर्ण कर समर्पित करने का लक्ष्य।
👥 मानवीय पहल
ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने निकेतन की महिलाओं, बालिकाओं और शिशुओं को स्वेटर, टोपी और मिठाई वितरित की। इस दौरान बच्चों के चेहरे पर खुशी झलक उठी।
🏢 संस्थान की स्थिति
- नारी निकेतन में 173 महिलाएं निवासरत।
- बालिका निकेतन में 19 बालिकाएं।
- बाल गृह एवं शिशु सदन में 23 बच्चे। इन सभी को सामाजिक सुरक्षा, आश्रय और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
🛠️ निर्माण और सुधार कार्य
- नारी निकेतन में काउंसलिंग कक्ष के पास शौचालय, स्नानागार, डायनिंग एरिया सुधार, मंदिर ग्रिल, जिम क्षेत्र समतलीकरण, छत मरम्मत, लॉडरी रूम और नए भवन के पीछे फेंसिंग का कार्य।
- बालिका निकेतन में अधीक्षक कार्यालय, आधुनिक किचन, स्टोर कक्ष, खिड़कियों पर सरिया, गेट, लोहे के दरवाजे और टिन शेड का निर्माण।
- शिशु व बाल गृह में कक्ष पार्टीशन, शौचालय, पार्किंग, फेंसिंग, स्थायी मंच निर्माण और बच्चों के लिए 20 रजाई, 10 लोहे के बैड व 10 डबल गद्दे की व्यवस्था।
📌 डीएम का संदेश
जिलाधिकारी ने कहा कि नारी निकेतन, बालिका निकेतन, बाल गृह एवं शिशु सदन बेहद महत्वपूर्ण संस्थान हैं। यहां निवासरत बेसहारा, परित्यक्त और शोषित महिलाएं व बच्चे अतिरिक्त देखभाल और परामर्श से मुख्यधारा में जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए और निर्माण कार्य में अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
👤 उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, उप जिलाधिकारी सदर हरिगिर, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद, एसीएमओ डा. वंदना सेमवाल, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति नमिता ममगाई सहित ग्रामीण निर्माण विभाग और पेयजल विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
