जंगलों में आग की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ की बैठक
मतदान संपन्न होते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ जंगलों में लगी आग की रोकथाम के लिए बैठक की। उन्होंने जल्द चारधाम यात्रा, पेयजल व्यवस्था और मानसून से निपटने की तैयारी को लेकर बैठक लेने के संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी के मतदान संपन्न होते ही एक्शन में आने से सुस्त गति से काम करने वाले अधिकारी खासे असहज दिख रहे हैं। सीएम ने साफ कहा, जनता की हर समस्या का निदान समय पर करें। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
सीएम ने अफसरों से कहा, वह बैठक में पूरी तैयारी के साथ आएं और अधीनस्थों को भी चुनावी व्यस्तता से बाहर लाकर रूटीन के काम में जुटने के निर्देश दें। विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं आपदा संभावित इस राज्य में सरकारी मशीनरी को हर दिन हर समय सजग रहकर जन सरोकारों से जुड़े मसलों पर काम करना होगा। सीएम ने कहा कि राज्य में जंगल की आग की रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर डीएफओ को नोडल अधिकारी नामित किए जाएं। जिस क्षेत्र के जंगल में आग लगती है, इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए। गर्मी तेज होते ही जंगल आग से धधक रहे हैं। शनिवार को 22 जगह जंगलों में आग की घटनाएं हुई हैं। इसे मिलाकर अब तक वनाग्नि की घटनाओं की संख्या बढ़कर 373 हो गई है। जिससे 436 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। सीएम ने अधिकारियों के निर्देश दिए कि हेल्पलाइन एवं टोल फ्री नंबर जारी करते हुए, उनका व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए लोगों में जागरूक किया जाए।