किसान उत्पादक संगठनों को मजबूत बनाने की आवश्यकता है- डा० कमल बहुगुणा
कृषि एवम किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के संस्थान स्माल फार्मर्स एग्री बिजनेस कंसोर्टियम द्वारा प्रायोजित तथा हिमालयन इंस्टीट्यूट फॉर इन्वायरन्मेंट, इकोलोजी एण्ड डेवलपमेंट (हाईफीड), रानीचौरी, टिहरी गढ़वाल द्वारा क्रियान्वित 10000 किसान उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) का गठन एवं संवर्धन की योजना के अन्तर्गत हाईफीड कैम्पस, रानीचौरी में आयोजित किसान उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) के निदेशक मंडल तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के 3 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के अवसर पर हाईफीड के निदेशक डा० कमल बहुगुणा द्वारा कहा गया कि यदि किसानों के संगठन मजबूत होंगे तभी वह अपने उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त कर सकेंगे। अतः किसान उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को प्रशिक्षित कर उनकी क्षमता बढ़ाये जाने कि आवश्यकता है l डा० कमल बहुगुणा द्वारा बताया गया कि हाईफीड संस्थान द्वारा इस वर्ष उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 18 किसान उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) का गठन कर उन्हें कंपनी के रूप में प्रवर्तित किया जा रहा है l
कार्यक्रम के प्रशिक्षक अविनास दास द्वारा कहा गया कि किसान उत्पादक संगठनों के सदस्यों के बीच उद्यमशीलता की पहचान करना, उद्यमशीलता की सोच बढ़ाना, जोखिम लेने की क्षमता की पहचान आदि पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है तभी किसान उत्पादक संगठन मजबूत हो सकेंगे।
उक्त प्रशिक्षण में हाईफीड द्वारा कृषि एवम किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की 10000 किसान उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) का गठन एवं संवर्धन की योजना के अन्तर्गत गठित तथा प्रवर्तित भिलंगना वैली फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी लि० घनसाली, लस्तर हिलांई फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी लि० जखोली, दूधातोली फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी लि० थलीसैंण तथा सौर संगम फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी लिo पिथौरागढ़ के निदेशक मंडल, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों तथा लेखाकारों द्वारा तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है।
प्रशिक्षण से पूर्व हाईफीड के निदेशक डा० कमल बहुगुणा परियोजना निदेशक अनिल त्यागी, प्रशिक्षक अविनास दास, निदेशक जन शिक्षण संस्थान विजय भट्ट, एफ०पी०ओ० के प्रतिनिधि भगवती प्रसाद नौटियाल, सतीश भट्ट, श्याम चरण मंमगाई, गीता कलपासी आदि द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर हाईफीड संस्थान के सुरेन्द्र दत्त सेमवाल, मनीष वर्मा, रूचिता तेवारी, विजय सिंह नेगी, राकेश, चण्डी प्रसाद, रचना पंवार आदि द्वारा भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया गया।