अपनी उम्र को पीछे छोड़ बुजुर्गों में मतदान को लेकर दिखा उत्साह !!!
उत्तराखंड में लोकतंत्र के पर्व पर बुजुर्गों में खासा उत्साह देखने को मिला। कोई डोली से पोलिंग बूथ तक पहुंचा तो कोई अपने परिजनों का हाथ पकड़ कर पहुंचा। कुछ बुजुर्ग तो ऐसे थे जिन्होंने बैलेट पेपर से मतदान करने के बजाय बूथ पर मतदान करना चुना।टिहरी के कंडीसौड़ में विधानसभा चुनाव में मतदान को लेकर बुजुर्गों में भी खासा उत्साह देखा गया। थौलधार ब्लाक के ग्राम भैंसकोटी की 102 वर्षीय बुजुर्ग महिला प्रेमावती सकलानी कंडी में बैठकर मतदान करने पहुंची।पैदल चलने में असमर्थ महिला को ग्रामीणों ने कंडी पर बिठाकर गांव से दो किमी दूर मतदान स्थल मैसारी तक पहुंचाया। बजुर्ग महिला के पुत्र परिपूर्णानंद सकलानी ने बताया कि उनके पास बैलेट मतपत्र की सुविधा भी थी, लेकिन उन्होंने मतदेय स्थल पर जाकर ही मतदान करने का निर्णय लिया।उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी की मां घोटी रतूड़ी ने भी मतदान किया। उनकी उम्र 88 साल है और उन्होंने मसूरी में एमपीजी कॉलेज में बने बूथ पर मतदान किया।पौड़ी जिले में जनता इंटर कॉलेज में सुंडाखाल बूथ पर 90 वर्षीय बुजुर्ग कबूतरी देवी ने मतदान कियापौड़ी जिले के मासों चौथन थलीसैंण में 105 वर्षीय लछूली देवी ने मतदान किया।देहरादून के लक्ष्मण चौक के समीप स्थित हिंदू नेशनल स्कूल में 105 वर्षीय कमलानंद ने मतदान किया।बागेश्वर में सौ वर्षीय चंद्रा देवी ने कोठों बूथ में मतदान दिया। उन्होंने कहा की सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए।