520 अग्नि वीरों ने स्नातक की उपाधि की प्राप्त, सभी पासिंग आउट सैनिकों को गौरव पदक से किया सम्मानित
6 अगस्त 2023 : 520 अग्निवीरों के पहले बैच ने झारखंड में सिख रेजिमेंटल सेंटर, रामगढ़ से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, 141 अग्निवीरों ने लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर, लेह से और 40 अग्निवीरों ने जयपुर में 61 कैवेलरी से संबंधित केंद्रों पर औपचारिक परेड में स्नातक की उपाधि प्राप्त की हैं.
सभी पासिंग आउट सैनिकों को रेजिमेंटल मुख्यालय में गौरव पदक से सम्मानित किया गया.
पीआरओ डिफेंस लखनऊ ने शनिवार को एक बयान में कहा कि हरबक्श ड्रिल स्क्वायर पर आयोजित समारोह में ड्रिल, अनुशासन और व्यावसायिकता का प्रेरक प्रदर्शन देखा गया, जो प्रत्येक अग्निवीर में उनकी प्रशिक्षण यात्रा के दौरान पैदा किए गए मूल मूल्यों को दर्शाता है.
परेड की समीक्षा सैन्य सचिव और सिख रेजिमेंट के कर्नल लेफ्टिनेंट जनरल पी.जी.के.मेनन ने की. अग्निवीरों के परिवार के सदस्य, प्रशिक्षक संकाय और रामगढ़ जिले के अतिथि इस अवसर का गवाह बनने के लिए एकत्र हुए.
61 सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल राय सिंह गोदारा ने जयपुर में 61 कैवेलरी के अग्निवीरों के पासिंग आउट परेड के पहले बैच की समीक्षा की. पीआरओ डिफेंस जयपुर ने एक बयान में कहा कि कुल 40 अग्निवीर सफलतापूर्वक पास हुए और उन्होंने देश की सेवा करने की शपथ ली हैं.
बयान में कहा गया है कि पासिंग आउट परेड सैनिकों के लिए आवश्यक बौद्धिक, नैतिक और शारीरिक गुणों के विकास के उद्देश्य से कठोर उन्नत सैन्य प्रशिक्षण का प्रतीक है. परेड के बाद कसम परेड हुई और सभी पासिंग आउट सैनिकों को रेजिमेंटल मुख्यालय में गौरव पदक से सम्मानित किया गया.लद्दाख में पासिंग आउट परेड की समीक्षा वहां के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने की.
पहले प्रवेश में सेना ने दो बैचों में 40,000 अग्निवीरों को शामिल किया, पहला बैच दिसंबर की पहली छमाही तक और शेष को दूसरे बैच में फरवरी 2023 की पहली छमाही तक शामिल किया गया. सैनिकों, नाविकों और वायुसैनिकों के लिए बलों में सभी भर्ती अब होंगी अग्निपथ योजना के तहत ही हो रही है. चार साल पूरे होने पर अग्निवीरों को नियमित कैडर में शामिल होने का मौका मिलेगा और 25 फीसदी तक अन्य भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयन किया जाएगा.