युवा वोटर्स को लुभाने में जुटी पार्टियां उत्तराखंड में
आगामी विधानसभा चुनाव में दावेदारी पेश करने वाली तीनों पार्टियां- भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी- युवा वोटर्स को रोजगार के वादे से लुभाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि, देश के लिए बढ़ती रोजगार चिंता का विषय बनती जा रही है।
युवाओं के वोट पर नजर रखते हुए उत्तराखंड में सभी पार्टियां लोगों को लाखों नौकरी का वादा कर रही हैं, हालांकि उनमें से किसी ने भी कोई रोडमैप या कोई संकेत नहीं दिया है कि नई नौकरियां कैसे और कहां से दी जाएंगी। आगामी विधानसभा चुनाव में दावेदारी पेश करने वाली तीनों पार्टियां- भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी- युवा वोटर्स को रोजगार के वादे से लुभाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि, देश के लिए बढ़ती रोजगार चिंता का विषय बनती जा रही है।बता दें कि, हिमालयी राज्य की तो लगभग 50 प्रतिशत मतदाता 18-40 वर्ष के आयु वर्ग के हैं।
क्या भाजपा युवाओं का जीत पाएगी दिल
46 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने राज्य के युवाओं को लाखों नौकरियां देने का दावा किया है और सत्ता में लौटने पर और अधिक का वादा कर रही है। पार्टी नेताओं ने कहा कि युवाओं को भाजपा द्वारा उचित महत्व दिया जाता है और जल्द ही जारी होने वाला पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र में नौकरी की जिक्र भी किया जाएगा।
क्या कहती है कांग्रेस और आप पार्टीकांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर पिछले पांच वर्षों में मुख्यमंत्रियों को बदलने के अलावा कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, “भाजपा ने बहुत वादा किया लेकिन कुछ भी नहीं किया। उत्तराखंड के भविष्य की कुंजी युवाओं के पास है और उन्हें इसका समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए।” वहीं आप पार्टी ने सभी बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने तक 5,000 रुपये प्रति माह सहित कई गारंटियों की घोषणा की है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में उनकी सरकार ने दिल्ली में 10 लाख से अधिक लोगों को नौकरी दी है, अगर पार्टी सत्ता में आती है तो उत्तराखंड में भी इसे दोहराया जाएगा।