मुख्यमंत्री धामी की पत्नी गीता धामी ने चांद दिखने पर खोला अपना करवाचौथ का व्रत
देहरादून: करवाचौथ पर्व को लेकर महिलाओं में उत्साह देखने को मिला। पति की लंबी उम्र को लेकर गुरुवार सुबह से महिलाओं ने निर्जल व्रत रखा।
शाम को हर किसी को चांद निकलने का इंतजार रहा। चांद का दीदार होने के बाद सुहागिनों ने चांद की पूजा व अर्घ्य देकर छलनी से जीवनसाथी का चेहरा देखा और इसके बाद व्रत तोड़ा। वहीं, देहरादून में पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी ने चांद दिखने पर अपना करवाचौथ का व्रत खोला।
इससे पहले अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने करवा चौथ व्रत रखा। दिनभर निर्जला व्रत रख महिलाओं ने जीवन साथी की दीर्घायु और सुखद गृहस्थ की कामना की। सुबह घरों में शिव-पार्वती व गणेश भगवान की पूजा के बाद शाम को मंदिरों में भी महिलाएं पूजा करने पहुंची।
चांद के इंतजार में पूजा के लिए तैयार महिलाएं और उनके स्वजन लगातार आसमान में टकटकी लगाए हुए थे। चांद जैसे ही बादलों की ओट से बाहर आया, सभी के चेहरे खिल उठे। इसके बाद सुहागिनों ने विधिविधान से चांद को अघ्र्य देकर व्रत संपन्न किया। इसके बाद पतियों ने जीवनसाथी को पानी पिलाकर और मिष्ठान खिलाकर व्रत का पारण कराया। इस खास मौके पर जीवनसाथी को उपहार देकर भी प्यार जताया।
विभिन्न मोहल्लों में महिलाएं एक स्थान पर एकत्रित हुए और श्रृंगार व पूजन तैयारी में एक दूसरे का सहयोग किया। महिलाओं ने एक-दूसरे के हाथों में मेहंदी रचाई। जगह-जगह महिलाओं ने समूह में बैठकर करवाचौथ की पूजा की।
अखंड सुहाग की कामना के लिए मनाया जाने वाला पर्व करवाचौथ उत्साह के साथ मनाया गया। सुहागिनों ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर पूजा की। महिलाओं ने अलग-अलग टोलियां बनाकर भगवान शिव के परिवार की विधिवत पूजा की और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगा।