पुष्कर ही होंगे उत्तराखंड के अगले सीएम
उत्तराखंड में भाजपा की सत्ता वापसी की चार प्रमुख वजह बनीं। सियासी जानकारों का मानना है कि पहली वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति उत्तराखंड के जनमानस का लगाव है। चुनाव में बेशक मोदी लहर नहीं थी, लेकिन प्रचार से लेकर मतदान के दौरान मोदी एक बड़ा फैक्टर थे।
दूसरी, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं और बुजुर्गों का मोदी के प्रति स्नेह और सम्मान माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि महिलाओं और बुजुर्गों ने मोदी के चेहरे पर मतदान किया। तीसरी प्रमुख वजह केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार से कराए गए अवस्थापना विकास से जुड़े कार्य हैं। चौथी वजह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सक्रियता मानी जा रही है।
सत्ता की बागडोर हाथों में आने के बाद से धामी चैन से नहीं बैठ पाए और लगातार दबाव में रहे। हालांकि वे चुनाव हार गए हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर विभिन्न एजेंसियों और चैनलों के एग्जिट पोल के अनुमानों ने राज्य के लोगों को चकरा दिया था।
कुछ एजेंसियों के अनुमानों में तो इतना अधिक अंतर था कि कोई भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना जता रहा है तो कोई कांग्रेस की सरकार बना रहा है। मतगणना के बाद यह खुलासा हो गया है कि प्रदेश के मतदाताओं ने उत्तराखंड में सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में सौंपी है।
कुछ एजेंसियों के अनुमानों में तो इतना अधिक अंतर था कि कोई भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना जता रहा है तो कोई कांग्रेस की सरकार बना रहा है। मतगणना के बाद यह खुलासा हो गया है कि प्रदेश के मतदाताओं ने उत्तराखंड में सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में सौंपी है।