प्रशासन ने लिया चार धाम यात्रा में ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला , चारधाम मार्गों पर ड्रोन से ली जाएगी मदद
22 अप्रैल 2023 : उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों में लगातार ड्रोन की एक्टिविटी बढ़ती दिखी है. चाहे उत्तरकाशी से देहरादून तक मेडिकल फैसिलिटी पहुंचाने की बात हो या जोशीमठ में आई दरारों की मैपिंग. इसके साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट की आपदा सहित कई जगह ड्रोन पुलिस प्रशासन के लिए मददगार ही साबित हुआ है. ऐसे में इस बार प्रशासन की ओर से चारधाम यात्रा में ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला लिया गया है. इसके तहत चारधाम मार्गों पर ड्रोन से मदद ली जाएगी. केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग में एक ड्रोन स्टेशन तैयार किया गया है. केदारनाथ धाम में अक्सर हेलीकॉप्टर का मूवमेंट रहता है, लेकिन ड्रोन की लागत हेलीकॉप्टर से बहुत ही सस्ती पड़ती है. ऐसे में जरूरत पड़ने पर कुछ सामान ले जाने के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जायेगा. वहीं इलाके में ड्रोन और हेलीकॉप्टर आपस में क्रेश न करें इसके लिए पुलिस ने एक UTM यानी कि अनमैन ट्रैफिक मैनेजमेंट (Unmanned Traffic Management) सॉफ्टवेयर भी तैयार किया है, जो एयर स्पेस की गतिविधियों पर नजर रखेगा.
एडीजी टेक्नोलॉजी अमित सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम देहरादून में भी ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, साथ ही हम लोगों ने चारधाम रूट में भी हम लोगों ने ड्रोन मैपिंग और पार्किंग की भी मैपिंग करनी शुरु कर दी है, जिसमें हम समय-समय पर बता सकेंगे कि वहां पर हम किस तरह गाड़ियों की पार्किंग करा सकते हैं. साथ ही ड्रोन के माध्यम से जो रेस्क्यू रिलीफ होता है, जो भी ट्रैफिक अगर मूवमेंट कर रहा है तो उसमें कोई दिक्कतें न आए उसको मैनेज करने के लिए, इसके अतिरिक्त रुटीन में जो हमारी एसडीआरएफ करती है. एडीजी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस साल तक हम एक अच्छी खासी एक ड्रोन के लिए टीम तैयार कर लेंगे, जो कि चार धाम यात्रा हो चाहे हमारा डिजास्टर रिलीफ हो, चाहे हमारा ट्रैफिक मैनेजमेंट हो, इन सब में पुलिस के जवानों को यूज कर सकते हैं.