न्याय के लिए प्रशासन का सख्त रुख: विधवा फरियादी को मिला अधिकार, बैंक ने लौटाए कागज और ऋण किया शून्य

देहरादून, 20 जून 2025 (सू.वि.) — देहरादून जिला प्रशासन की दृढ़ इच्छाशक्ति और संवेदनशीलता का अनूठा उदाहरण हाल ही में देखने को मिला, जब एक विधवा महिला फरियादी को न्याय दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने निजी बैंक के विरुद्ध सख्त कदम उठाए।
फरियादी शिवानी गुप्ता, जिनके पति की आकस्मिक मृत्यु 15 मई 2024 को हुई थी, एक वर्ष से अपनी संपत्ति के कागज और बीमा दावा प्राप्त करने के लिए भटक रही थीं। डीसीबी बैंक द्वारा 15.50 लाख के ऋण के एवज में संपत्ति को बंधक बनाकर कागजात नहीं लौटाए जा रहे थे, जबकि ऋण का बीमा आईसीआई लॉम्बार्ड कंपनी द्वारा किया गया था।
जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों पर जब बैंक की तरफ से समाधान नहीं हुआ, तो 18 जून को राजपुर रोड स्थित डीसीबी शाखा को सीज कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद बैंक ने तुरंत फरियादी के घर जाकर संपत्ति के कागज लौटाए और 15.50 लाख रुपये का ऋण शून्य करते हुए नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी सौंपा।
इस पूरे प्रकरण की निगरानी एसडीएम कुमकुम ने की और ग्राउंड टीम की तत्परता से न्याय सुनिश्चित हुआ।
प्रशासन की इस सख्ती से निजी बैंक बैकफुट पर आ गया है और पूरे जिले में यह संदेश गया है कि कानून की अवहेलना और जनहित की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री की प्रेरणा से, देहरादून प्रशासन आम जनता के हितों की रक्षा में निरंतर तत्पर है। शिवानी गुप्ता की कहानी न्याय की उस मिसाल को दर्शाती है, जहाँ प्रशासन की सक्रियता और संवेदना ने एक पीड़ित महिला को उसका अधिकार वापस दिलाया।