दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृती का निर्माण कार्य बंद होने के बाद भी कांग्रेस राजनीति करने से नहीं आ रही बाज : मनवीर चौहान
31 अगस्त 2024 : प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृती का निर्माण कार्य बंद होने के बाद भी कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल यह भूल गए हैं कि नौ साल पहले उनकी पार्टी के मुख्यमंत्री ने मुम्बई में बदरीनाथ मंदिर का निर्माण करवाया था। वह मुख्यमंत्री और कोई नहीं बल्कि हरीश रावत थे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में मुंबई के वसई नामक स्थान पर 11 करोड़ की लागत से भब्य बदरीनाथ मंदिर बनाया गया था। जिसके शिलान्यास के अवसर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत कार्यक्रम में शामिल हुए थे। तब कांग्रेस की ओर से यह कहा गया कि एक ही नाम से मंदिर बनने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
तत्कालीन बीकेटीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मुंबई में बदरीनाथ मंदिर बनने का विरोध नहीं किया। अब वह दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाए जाने को लेकर धामी सरकार के खिलाफ कुप्रचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी साफतौर पर कह चुके हैं कि दिल्ली में प्रस्तावित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह कुछ विधायकों, जन प्रतिनिधियों तथा साधु-संतों के अनुरोध पर गये थे। यह रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा था।
मनवीर चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्ती के साथ केदानाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली को मंदिर का निर्माण रुकवाने को कहा। इसके लिए एक सख्त फैसला भी लिया है। मुख्यमंत्री धामी की तल्खी का ही असर है कि ट्रस्ट ने अब मंदिर निर्माण के निर्णय को वापस ले लिया है बल्कि ट्रस्ट का अस्तित्व भी वैधानिक रूप से समाप्त करने की घोषणा ट्रस्टियों की ओर से की जा चुकी है।