दादी इंदिरा गांधी ने मुझसे कहा था मैं चाहती हूं कि लोग मुझे याद ना करें, मैं याद रखने के लिए काम नहीं करती बल्कि याद रखने लायक काम करती हूं : राहुल गांधी
प्रयागराज के मेडिकल एसोसिएशन के कन्वेंशन सेंटर में संविधान सम्मान सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए राहुल गांधी ने अपनी दादी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि मेरी दादी ने मुझसे कहा था मैं चाहती हूं कि लोग मुझे याद ना करें. मैं याद रखने के लिए काम नहीं करती बल्कि याद रखने लायक काम करती हूं, याद रखने लायक काम सिर्फ नरेंद्र मोदी करते हैं. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कामगारों में जबरदस्त स्किल होती है, उनमें जबरदस्त ताकत होती है.
उन्होंने कहा भारत में स्किल की कोई कमी नहीं है. हर जिले में सर्टिफिकेशन सेंटर खुलना चाहिए, स्किल के नेटवर्क का बेहतरीन प्रयोग होना चाहिए. कामगारों से सिस्टम कोई बात ही नहीं करता, भारत के सुपर पावर बनने का झूठा दावा किया जाता है. 90 फीसदी लोगों को सिस्टम से जोड़ा ही नहीं जाता, जाति जनगणना बेहद जरूरी है.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हर वर्ग की संख्या का सही पता चलना ही चाहिए, जाति जनगणना से सिर्फ आबादी पता चलेगी. इसमें किसी को विरोध नहीं करना चाहिए, भागीदारी से पहले आबादी का पता होना ही चाहिए, हमारी सोच है कि हिंदुस्तान में धन किस तरह से बांटा जा रहा है. किन-किन वर्गों के हाथ में कितना धन जा रहा है, इसका पता होना चाहिए. प्रमुख जगहों पर अलग-अलग वर्गों के लोगों की भागीदारी के बारे में पता चलना चाहिए, यह जानना चाहते हैं कि संविधान का समाज पर कितना असर पड़ा है.
उन्होंने कहा कि भारत के 500 प्रमुख उद्योगपतियों में एक भी रिजर्व कैटेगरी का नहीं है, कोई भी ओबीसी – दलित और आदिवासी नहीं है. मीडिया में भी प्रमुख पदों पर आरक्षित वर्ग को जगह नहीं दी जाती है, देश में 73% आबादी दलितों पिछड़ों और आदिवासियों की है. भारत की रियल स्थिति पर पॉलिसी तय होनी चाहिए, जाति जनगणना हमारे लिए पॉलिसी फ्रेमवर्क है.
रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने पूरा बैंकिंग सिस्टम खराब कर दिया, 25 प्रमुख लोगों के कर्ज माफ कर दिए गए. 16 लाख करोड़ के कर्ज माफ किए गए, इनमें से एक भी पिछड़ा, दलित व आदिवासी नहीं था, 21वीं सदी में भी जाति जनगणना का डाटा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. आरक्षण की 50% की सीमा को भी खत्म करना है, हम उसे खत्म कर देंगे.
उन्होंने कहा कि लैटरल इंट्री में भी 90 फीसदी वालों की उपेक्षा की जाती है, बॉलीवुड में भी 90% वालों को जगह नहीं मिलती. मिस इंडिया की लिस्ट में भी 90% वालों को जगह नहीं है, कोई भी ओबीसी दलित और आदिवासी महिला मिस इंडिया नहीं बनी है. पीए मोदी के गले लगने से भारत सुपर पावर नहीं बन पाएगा, भारत तभी सुपर पावर बनेगा जब 90 फीसदी लोगों की भागीदारी होगी, उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा. जाति जनगणना एक्स रे की तरह है, लेकिन मीडिया में बैठे लोग इसका विरोध करते हैं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया, फिल्म इंडस्ट्री और मिस इंडिया बनने वालों में 90 फीसदी वालों की सही संख्या पता चलनी चाहिए. न्यायपालिका में भी यही हाल है, संविधान नहीं होगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. जैसी जनगणना संविधान को मजबूत करने और उसकी रक्षा करने का काम करेगा. संविधान को 10 फीसदी वर्ग वालों ने नहीं बल्कि 100 फीसदी वालों ने बनाया है. 90 फीसदी वर्ग को अगर भागीदारी नहीं दी तो संविधान नहीं रह पाएगा. आरक्षण 50 फीसदी से ज्यादा भी होना चाहिए, यह बाध्यता खत्म होनी चाहिए.