उत्तराखंड

चारधाम यात्रा-2023 की तैयारी के संबंध में गढ़वाल आयुक्त ने की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक

पंजीकरण के दौरान यात्री को बारकोड दिया जाएगा। इसी के साथ ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी रहेगी

13 अप्रैल 2023 ऋषिकेश :  चारधाम यात्रा-2023 की तैयारी के संबंध में अधिकारियों की अब तक कवायद को लेकर गढ़वाल आयुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बीती 7 फरवरी को हुई बैठक के दौरान अधिकारियों के दिए गए बिंदुओं की समीक्षा की।

गुरुवार को ऋषिकेश, नगर निगम के सभागार में हुई गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा मार्गों के चौड़ीकरण के साथ पैदल मार्ग काे सुरक्षित बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जहां सभी यात्रियों की कैरिंग कैपेसिटी वाहन के आधार पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है।

केदारनाथ धाम में पैदल मार्ग पर सफाई व्यवस्था के साथ सुरक्षात्मक उपायों के लिए घोड़े-खचरों के पंजीकरण की सुविधा की जा रही है। इसी के साथ बद्रीनाथ धाम में जोशीमठ के सभी आवासीय व्यवस्था के साथ खाने पीने की पर्याप्त सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। ओवररेटिंग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। शासन ने यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी जिलाधिकारियों को आवंटित दो करोड़ के अंतर्गत बजट आवंटित किया है, जिसका समय पर उपयोग कर लिया जाए।

इसी के साथ सभी यात्रा मार्गों के निकट बनाए गए गये स्थाई पार्किंग की व्यवस्था कर ली गई है। सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाए जाने के लिए डामरीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। देहरादून हरिद्वार में चल रहे निर्माण कार्यों पर गढ़वाल आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सड़कों के निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किए जाने के लिए निर्देशित किया।

बैठक में यह भी बताया गया कि यात्रा मार्ग पर डेंजर जोनों पर सूचना पट लगाए जाने के साथ बुलडोजर, जेसीबी पोकलैंड मशीनों को उचित स्थान पर खड़ा करवा दिया जाए, जिससे मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले की व्यवस्था की जाए। ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप तक जाने वाले मार्ग पर सिंचाई विभाग सीसी रोड का निर्माण 15 अप्रैल से पहले पूर्ण कर लेगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने चारों धामों पर एसडीआरएफ पुलिस बल गोताखोर ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था को 15 अप्रैल तक सुनिश्चित किए जाने के लिए निर्देशित किया। आगामी यात्रा में ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया।

इसी के साथ परिवहन विभाग ने बताया कि संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति का गठन हो चुका है, जिसके अंतर्गत 1500 बसों को संचालित किया जाएगा, उसके बावजूद भी वाहन कम पड़ने पर कुमाऊं मंडल से भी बसों को मंगाया जाएगा। वाहनों की फिटनेस और चेकिंग स्टाफ की व्यवस्था के साथ स्क्रीन का उपलब्ध करवाई जा रही हैं। बैठक में बताया गया कि यदि बसों की फिर भी कमी पड़ी तो 20 दिन पहले परिवहन विभाग को सूचित कर दिया जाएगा। पीक सीजन में बसों की कमी होने पर कुमाऊं मोटर ऑनर्स से भी संपर्क कर लिया गया है, जो कि बसें उपलब्ध करवा देगा।

यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्गों पर 200 हेल्प एटीएम मशीनें भी लगाई गई हैं। इसी के साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से चिकित्सा केंद्र भी खोल दिए गए हैं। यह सभी व्यवस्थाएं 15 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएंगी। इसी के साथ विद्युत, पेयजल विभाग ने भी अपने अवसर पर सभी सेवाएं मुहैया करवा दी हैं। यह भी बताया गया कि यात्रा ट्रांजिट कैंप मैं आने वाले चार धाम यात्रियों की सुविधा के लिए मौसम विभाग भी डिस्प्ले लगाएगा, जिससे मौसम के बारे में यात्रियों को भी जानकारी रहेगी। पंजीकरण के दौरान यात्री को बारकोड दिया जाएगा। इसी के साथ ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी रहेगी,संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने यात्रियों के पंजीकरण व्यवस्था का सरलीकरण किए जाने की बात कही। उन्होंने बताया कि स्लाट व्यवस्था समाप्त होनी चाहिए।

बैठक में अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल, पुलिस महानिदेशक के एस नगयाल, संयुक्त पर्यटन निदेशक योगेंद्र कुमार गंगवार, देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका कृष्ण कुमार मिश्रा, एडीएम टिहरी, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय, आरटीओ सुशील कुमार शर्मा, तहसीलदार ऋषिकेश अमृता शर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button