घनसाली सीट पर चुनावी रण रोचक होता जा रहा है !!!
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित घनसाली विधानसभा सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हुई है। इस सीट पर भाजपा से शक्ति लाल शाह, कांग्रेस से धनी लाल शाह से लेकर कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय भीम लाल आर्य दमखम से चुनावी समर में उतरे हैं। जिससे घनसाली का रण रोचक होता जा रहा है।
प्रमुख रूप से तीनों प्रत्याशियों के समर्थक मतदाताओं के घर-घर दस्तक देकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन मतदाता अभी अपने पत्ते नहीं हो रहे हैं। जिससे प्रत्याशियों की भी चिंताएं बढ़ रही है। घनसाली विधानसभा सीट 2012 में परिसीमन के बाद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुए थी।आरक्षित होने के बाद हुए दो चुनाव में भाजपा प्रत्याशी 13 से लेकर 14 हजार वोटों से जीते हैं। लेकिन इस बार भाजपा और कांग्रेस से बागवत कर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने समीकरण बिगाड़ दिया है। भाजपा ने सिटिंग विधायक शक्ति लाल शाह को टिकट दिया है। जिससे नाराज भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक दर्शन लाल आर्य निर्दलीय चुनाव मैदान में डटे है। जबकि कांग्रेस ने पूर्व प्रमुख धनी लाल शाह को टिकट दिया है, तो पूर्व विधायक भीम लाल आर्य ने भी बगावत कर निर्दलीय ताल ठोक रहे है। भाजपा प्रत्याशी शक्ति लाल अपने कार्यकाल में किए विकास कार्यो और पीएम मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं।
इससे पहले दो बार चुनाव हार चुके कांग्रेस प्रत्याशी धनी लाल अपना अंतिम चुनाव बताकर वोटरों को भावनात्मक लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। निर्दलीय भीम लाल आर्य 2012 से 2017 विधायक रहते हुए किए गए कार्यो के नाम पर वोट की अपील कर रहे हैं। यहां से यूकेडी, आप समेत कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं। सभी प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर दस्तक देकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन मतदाता अभी खामोश में हैं।