ग्राउंड जीरो पर प्रशासनिक अमले संग डटे है डीएम सविन

मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार के प्रथम रिस्पांडर के रूप में जनपद के सबसे दुर्गम आपदाग्रस्त क्षेत्र फुलेत पहुंचे डीएम
अभी तक प्रशासन द्वारा हेली सेवा के माध्यम से पहुंचाई जा रही थी राशन रसद;
जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी छमरौली तक दुर्गम रास्तों तथा छमरोली से लगभग 12 किमी पैदल रूट से प्रशासनिक अमले संग फुलेत पहुंचे डीएम
हेली सेवा का विकल्प छोड़ प्रशासन ने चुना दुर्गम एवं पैदल रूट
पैदल रूट नाप डीएम ले रहे हैं आपदा से हुई छति का जायजा; जनमानस की सुनी समस्याएं; अधिकारियों को जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश
पुलिया, पुल; सड़क पगडंडी सब धुल गई
मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार के प्रथम रिस्पांडर के रूप में जनपद के सबसे दुर्गम आपदाग्रस्त क्षेत्र फुलेत पहुंचे डीएम
अभी तक प्रशासन द्वारा हेली सेवा के माध्यम से पहुंचाई जा रही थी राशन रसद;
जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी छमरौली तक दुर्गम रास्तों तथा छमरोली से लगभग 12 किमी पैदल रूट से प्रशासनिक अमले संग फुलेत पहुंचे डीएम
हेली सेवा का विकल्प छोड़ प्रशासन ने चुना दुर्गम एवं पैदल रूट
पैदल रूट नाप डीएम ले रहे हैं आपदा से हुई छति का जायजा; जनमानस की सुनी समस्याएं; अधिकारियों को जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश
ग्राउंड जीरो पर प्रशासनिक अमले संग डेट है डीएम सविन
पुलिया, पुल; सड़क पगडंडी सब धुल गई आपदा में;
गाढ; गदेरे; ढौंड; ढंगार पार कर डीएम पहुंचे आपदा प्रभावित परिवारों के पास; हर संभव सहायता का दिलाया भरोसा;
हर हाल में प्रभावितों के साथ खड़ी है सरकार; प्रशासन; युद्ध स्तर पर जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश
आपदा में;
गाढ; गदेरे; ढौंड; ढंगार पार कर डीएम पहुंचे आपदा प्रभावित परिवारों के पास; हर संभव सहायता का दिलाया भरोसा;
हर हाल में प्रभावितों के साथ खड़ी है सरकार; प्रशासन; युद्ध स्तर पर जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश