कांग्रेस के छह बागी पूर्व विधायक भाजपा में हो सकते हैं शामिल
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बाद भी राज्यसभा की सीट बीजेपी की झोली में जाने से बड़ा सियासी घमासान मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के छह बागी पूर्व विधायक बुधवार को दिल्ली में भाजपा का दामन थाम सकते हैं. कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक दिल्ली में डटे हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट में इनकी सदस्यता रद्द करने के आदेश को चुनौती दी गई है. फिलहाल, सब दिल्ली में डटे हुए हैं. बताया जा रहा है कि धर्मशाला से पूर्व विधायक सुधीर शर्मा को भाजपा कांगड़ा लोकसभा सीट से उतार सकती है. वहां से भाजपा ब्राह्मण चेहरा उतारना चाहती है.बड़ी बात है कि बागी चैतन्य शर्मा ने इसके संकेत भी दिए हैं. इनके भाजपा में जाने की चर्चाओं को इसलिए भी बल मिलता है, क्योंकि इनके पिता उत्तराखंड में भाजपा सरकार में मुख्य सचिव भी रहे हैं. चैतन्य ने फेसबुक पर एक लंबी चौडी पोस्ट डाली और लिखा, येन बद्धो बलि राजा,दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:। इसके अलावा, चैतन्य ने लिखा कि गत दिनों में जो कुछ हमारे आस पास चल रहा है, उस बीच आप सभी का मेरे साथ बने रहना मेरे लिए बेहद ख़ुशी की बात है और कृतज्ञता का क्षण है. महाबली हनुमान जी के आशीर्वाद के साथ इस मुश्किल घडी में मेरे गगरेट के परिवार की एकता को बनाएँ रखने के लिए भेंट स्वरुप इस पत्र मैं संघ “एकता सूत्र” भेज रहा हूँ. हमारी कलाई पर यह “एकता सूत्र” हमारे जनकल्याण के इस संघर्ष में हमारे गगरेट के लोगों की रक्षा करेगा और हमारी एकता का प्रतीक बनेगा. आने वाले समय में मेरा हर कदम, हर बार की तरह, जन कल्याण और गगरेट के सपनो को साकार करने की दिशा में उठेगा.