उत्तरकाशी बस दुर्घटना में यात्रियों के शव पेड़ों पर लटके पडे थे किसी का हाथ तो किसी का पैर था गायब,
उत्तरकाशी में चारधाम यात्रियों से भरी बस रविवार शाम पौने सात बजे 200 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई जबकि चार घायल हैं। इनमें से 23 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि तीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। चार घायलों का इलाज चल रहा है। इनमें बस का ड्राइवर भी शामिल है। वहीं, मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। बस में चालक और परिचालक और मध्यप्रदेश के जिला पन्ना के गांव जखला निवासी 28 तीर्थयात्री सवार थे। हादसा यमुनोत्री हाईवे पर डामटा से करीब 5 किमी दूर रिखाऊं खड्ड क्षेत्र में हुआ। बस हरिद्वार से यमुनोत्री धाम के लिए चली थी। बता दें कि उत्तरकाशी के रिखाऊं खड्ड के समीप जिस स्थान पर मध्य प्रदेश के यात्रियों की बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां पर भी सड़क काफी चौड़ी थी। लेकिन सामने से आ रहे वाहन को पास देते समय चालक बस पर नियंत्रण खो बैठा।बताया जा रहा है कि वाहन तेज गति में था। तेज रफ्तार होने के कारण पास देते समय वाहन सड़क से बाहर निकल गया और गहरी खाई में जा गिरा। 26 तीर्थयात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी। पहाड़ी मार्गों पर वाहन चलाते समय तेज रफ्तार और थोड़ी सी भी असावधानी जान पर भारी पड़ती है। यमुनोत्री हाइवे पर अब तक हुई दो सड़क दुर्घटनाओं में वाहन चालकों की असावधानियां भी उजागर हुई हैं। दोनों वाहन अन्य वाहन को पास देते समय असावधानी बरतने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। उत्तरकाशी में जो बस हादसे का शिकार हुई है, वह लगातार तीसरी ट्रिप पर थी। इससे पहले वह दो बार तीर्थयात्रियों को ले जा चुकी है। यह बस हल्द्वानी की है। संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि बस के सभी कागजात दुरुस्त थे। बस का रजिस्ट्रेशन 28 मई 2018 का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी बस हादसे के मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सभी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये राहत राशि देने की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की बात कही है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।