बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 53 लोगों की मौत , शराब मशरक थाने से चुराई हुई स्प्रिट से बनी हुई थी
बिहार : बिहार के छपरा में जहरीली शराब उसी स्प्रिट से बनी है जो मशरक थाने से चोरी हुई थी. इससे छपरा व सारण में शराब का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है. इस मामले में पुलिस ने अब तक 126 शराब कारोबारियों को हिरासत में लिया है. वहीं 4000 लीटर से भी अधिक अवैध शराब जब्त की गई है. बताया जा रहा है कि इस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. इससे पहले दावा किया गया था कि यह जहरीली शराब उसी स्प्रिट से बनी है जो मशरक थाने से चोरी हुई थी. इस शराब को पीने वाले 53 लोगों की मौत हो चुकी है. कहा तो यह भी जा रहा था कि थाने से चोरी एक ड्रम स्प्रिट से काफी मात्रा में जहरीली शराब तैयार हुई थी, इनमें से आधे से अधिक माल की बिक्री भी हो चुकी है. हालांकि मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सफाई दी है. मीडिया से बात करते हुए एसपी संतोष कुमार ने इसे अफवाह बताया है. उन्होंने कहा कि किसी के पास कोई सबूत नहीं है कि थाने में जब्त स्प्रिट गायब हुई है.
जहरीली शराब से मौत के बाद सारण के डीएम राजेश मीणा ने जिले में शराब माफिया के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू कर दिया है. इसी क्रम में बीते 48 घंटे में जिले में अवैध रूप से शराब बनाने और बेचने वाले 126 शराब कारोबारियों को दबोचा गया है. वहीं 4000 लीटर से भी अधिक अवैध शराब जब्त की गई है. बताया जा रहा है कि इस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई से शराब माफिया में हड़कंप मच गया है. कहा तो यह भी जा रहा है कि कई शराब कारोबारी जिले से बाहर चले गए हैं. जहरीली शराब मामले की समग्र जांच के लिए सरकार के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है. अतिरिक्त एसपी रैंक के अधिकारी को इस जांच टीम का नेतृत्व सौंपा गया है. वहीं इसमें कुल 31 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल किए गए हैं. इनमें तीन डीएसपी भी शामिल हैं. यह एसआईटी पूरे प्रकरण की क्रमवार जांच करेगी. टीम को जहरीली शराब बनाने से लेकर बेचने तक और पीने से लेकर मौत की कहानी तक खुलासा करने की जिम्मेदारी दी गई है.
सारण पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने स्प्रिट के ड्रम चोरी होने की बात सामने आने के बाद मशरक थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने चौकीदार को भी निलंबित किया है. उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई प्राप्त शिकायतों के आधार पर की गई थी. मामले की जांच कराई जा रही है. इनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं.