उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य हित के लिए एक्शन में !!!

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न योजनाओं में बनाई जा रही सड़क और पुल परियोजनाओं की समीक्षा की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के विकास व जनहित के कार्यों के लिए वह न खुद चैन से बैठेंगे और न अफसरों को बैठने देंगे। मुख्यमंत्री ने अफसरों को कार्य संस्कृति और कार्य व्यवहार में सुधार के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न योजनाओं में बनाई जा रही सड़क और पुल परियोजनाओं की समीक्षा की।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क एवं पुलों के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा करने के साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता में शिकायत आई तो अधिकारियों व निर्माण एजेंसियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने तय समय पर काम न करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में अतिक्रमण को लेकर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मीडिया से बातचीत में भी मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव एसए मुरूगेशन आदि मौजूद रहे।लैंड स्लाइड जोन पर मांगा एक्शन प्लान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा मार्ग को चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ठीक करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्गों पर लैंड स्लाइड जोन के लिए सात दिन में एक्शन प्लान बनाकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुत किया जाए।लैंड स्लाइड जोन में पर्याप्त उपकरणों की व्यवस्था के साथ ही रिस्पांस टाइम को कम से कम किया जाए। इसके साथ ही ट्रीटमेंट कर स्थाई समाधान के प्रयास किए जाएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सड़क व पुलों के शेष कार्यों की प्रगति रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करने को कहा।बैठक में मुख्यमंत्री ने ऑल वेदर रोड परियोजना की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि चारधाम परियोजना के तहत 889 किमी लम्बाई के 53 कार्यों में से 691 किमी के 41 कार्य पूरे हो चुके हैं। भारतमाला परियोजना के तहत सीमान्त क्षेत्रों के सामरिक दृष्टि से सड़कों को मजबूत करने के लिए 628 किमी की पांच सड़कों का चयन किया गया है।

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