उत्तराखंड

केंद्र और राज्य ने मिलकर विकास का मजबूत खाका खींचा:धामी

2017 से लेकर 2022 तक केंद्र की मोदी सरकार ने करीब एक लाख करोड़ से अधिक की योजनाएं उत्तराखंड के लिए स्वीकृत की हैं। उनमें से कई पूरी हो चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भाजपा की जीत के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से लेकर अब तक और 2017 से लेकर 2022 तक केंद्र की मोदी सरकार ने करीब एक लाख करोड़ से अधिक की योजनाएं उत्तराखंड के लिए स्वीकृत की हैं। उनमें से कई पूरी हो चुकी हैं। कई पर काम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने जहां देहरादून और हल्द्वानी में बारी-बारी से उत्तराखंड को 18 हजार करोड़, 17.5 हजार करोड़ की सौगात दी। उन्होंने कहा कि सड़कों का नेटवर्क हो या दिल्ली से देहरादून के बीच की दूरी, केंद्र और राज्य की सरकार ने मिलकर विकास का मजबूत खाका खींचा है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग भले ही जनता को टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन को लेकर बरगलाने की कोशिश कर रहे हों लेकिन उनकी सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। देहरादून के एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाने के साथ प्रदेश में नए हवाई मार्ग चिन्हित कर उड़ान शुरू की गईं। कई अन्य जगहों पर शुरुआत होने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 500 से अधिक फैसले लिए। इन फैसलों का वित्तीय प्रबंधन करते हुए आदेश जारी किए।

उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इस बार कांग्रेस के कारनामों और हमारी सरकार के कामों के बीच मुकाबला होगा। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव आयोग की सभी गाइडलाइंस का पालन करेगी। 2025 में रजत जयंती वर्ष तक निश्चित तौर पर वह उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना हो या गरीब कल्याण योजना, भाजपा की सरकार ने अंतिम छोर तक इनका लाभ पहुंचाने पर फोकस किया है। आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। अटल जी ने उत्तराखंड बनाया था और मोदी जी के नेतृत्व में उसे संवारेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांग्रेस और करप्शन एक दूसरे के पूरक हैं। उनके काले और खूनी पंजे को जनता जरूर सबक सिखाएगी। उन्होंने किया है, करती है, करेगी सिर्फ भाजपा का नारा देते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को जाने वाली है। एक किताब पढ़ी थी फाउंटेन हेड, उत्तराखंड में करप्शन की फाउंटेन हेड यानी करप्शन की जननी कांग्रेस है। उन्होंने कहा कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं उछाला करते। उनकी सरकार में खनन का भ्रष्टाचार सबको याद है। जनरल बिपिन रावत पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आज सैनिक हितों की बात करते हैं।
अंत समय में दायित्व बांटने के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि आयोग, परिषद ऐसी संस्थाएं हैं, जहां जिम्मेदारों का होना जरूरी है। इसलिए जो जरूरी थे, केवल वही फैसले लिए हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कांग्रेस को चुनौती दी कि अवैध खनन या अवैध नियुक्ति का कोई भी मामला हो तो उनके सामने लाए। उनकी सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ काम किया है। रोजगार के सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि हम हर विभाग के आंकड़े सबके सामने रखेंगे। हमने 24 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। पुलिस में कई साल बाद भर्ती निकाली है। जब उनसे पार्टी के भीतर ही कुछ लोगों के हराने की कोशिश में जुटने की चर्चा को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस में होता है। हमारे यहां कोई द्वेष नहीं है। मैं उम्र में छोटा जरूर हूं लेकिन मुझे सबका आशीर्वाद मिला हुआ है।

पीआरओ नंदन बिष्ट की बहाली के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले आरोप लगा तो उन्हें तत्काल सस्पेंड किया गया। जांच हुई तो उनकी कोई गलती सामने नहीं आई। इसलिए उन्हें बहाल किया गया।

ग्रेड-पे पर फैसला न होने पर पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों की ओर से हो रहे विरोध के सवाल पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पुलिस के लोगों की मांग से भलिभांति परिचित हैं। बहुत विचार किया। आकलन किया। पूरे चार साल में ग्रेड-पे मिलने के बाद जो वेतन मिल सकता था, उससे ज्यादा उनकी सरकार ने एकमुश्त देने का फैसला लिया है। चूंकि अन्य विभागों का भी इससे संबंधित था। फिर भी कोई बात है तो हम उसे देखेंगे, विचार करेंगे। हमारी सुहानूभूति उनके परिवार के साथ है।

जब सीएम धामी से शिक्षकों के तबादले और उसमें गड़बड़ियों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हजारों की सिफारिश थी। इनमें से सैकड़ों हुए हैं। अगर कहीं कुछ गड़बड़ी हुई होगी तो मुख्य सचिव खुद संज्ञान ले रहे हैं। अब तो चुनाव आयोग देख रहा है इसलिए मेरा बोलना उचित नहीं है। जब उनसे लोकायुक्त को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने पलटकर पूछा कि क्या आपको लगता है कि लोकायुक्त बहुत जरूरी था। उन्होंने यह भी कहा कि वह दस सालों का विजन डॉक्यूमेंट लेकर आ रहे हैं।

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