उत्तराखंड

भाजपा और कांग्रेस को अपने बागियों से खतरा

भाजपा केवल छह बागियों को ही मनाने में कामयाब रही,12 सीटों पर उसे अब भी बगावत का खतरा,वहीं चार सीटों पर कांग्रेस के बागी अब भी उसकी मुश्किलें बढ़ाए हुए

भाजपा को चार विधानसभा सीटों पर राहत मिली। डोईवाला सीट पर पार्टी बगावत कर निर्दलीय पर्चा भरने वाले सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी के आखिरी दिन भाजपा केवल छह बागियों को ही मनाने में कामयाब रही। प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर उसे अब भी बगावत का खतरा बना हुआ है। इन सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ उतरे बागी चुनाव मैदान से हटने को तैयार नहीं हुए।
भाजपा को चार विधानसभा सीटों पर राहत मिली। डोईवाला सीट पर पार्टी बगावत कर निर्दलीय पर्चा भरने वाले सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार और वीरेंद्र रावत को मनाने में कामयाब रही। राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी और पूर्व सीएम डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक की बागियों को मनाने में अहम भूमिका मानी जा रही है। घनसाली सीट पर भाजपा ने बागी सोहन लाल खंडेलवाल को मना लिया। पिरानकलियर सीट पर बागी जय भगवान ने भी पर्चा वापस ले लिया। कालाढूंगी में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ बगावत को निर्दलीय मैदान में उतरे गजराज बिष्ट को भी भाजपा ने मना लिया।
भाजपा अब भी एक दर्जन विधानसभा सीटों पर बगावत का सामना करेगी। इन सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतरे बागियों ने नामांकन वापस लेने से साफ इनकार कर दिया है। उनके मना करने से पार्टी की पेशानी पर बल हैं।
भाजपा के इन बागियों ने पर्चा वापस नहीं लिया
विधानसभा सीट  –   बागी
डोईवाला      –      जितेंद्र नेगी
धनोल्टी       –    महावीर सिंह रांगड़
देहरादून कैंट    –     दिनेश रावत
धर्मपुर   –        वीर सिंह पंवार
कर्णप्रयाग   –      टीका प्रसाद मैखुरी
कोटद्वार    –       धीरेंद्र सिंह चौहान
भीमताल    –      मनोज शाह
घनसाली     –     दर्शन लाल आर्य
यमुनोत्री   –    मनोज कोली
रुद्रपुर  –   राजकुमार ठुकराल
चकराता –  कमलेश भट्ट
किच्छा –  अजय तिवारी
नामांकन वापसी की तिथि खत्म होने के बावजूद पार्टी बागी उम्मीदवारों से बातचीत जारी रखेगी। पार्टी की पूरी कोशिश होगी वे सभी मान जाएं और अधिकृत प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करें। उन सभी ने पार्टी की लंबी सेवा की है, उनके खिलाफ कार्रवाई सबसे आखिरी विकल्प है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय मैदान में उतरे कांग्रेस के दो बागियों ने नामांकन वापस ले लिया है। छह विधानसभा सीटों पर पार्टी की राह आसान नहीं हो पाई है। इन सीटों पर बागियों ने नामांकन वापस नहीं लिया। ऋषिकेश विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के मैदान से हटने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली।
सोमवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन कांग्रेस को दो सीटों पर राहत मिली है। ऋषिकेश से पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने नाम वापस ले लिया है। जबकि सहसपुर से तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है, लेकिन चार सीटों पर कांग्रेस के बागी अब भी उसकी मुश्किलें बढ़ाए हुए हैं। ऋषिकेश विधान सभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया था। जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई थीं।
सोमवार को काफी प्रयास के बाद उन्हें मना लिया गया है। जिन्हें मनाने में पार्टी पर्यवेक्षक प्रकाश मोहन की अहम भूमिका रही। बताया जा रहा है कि पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके अलावा सहसपुर विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए अनीस अहमद, अकील अहमद व रमेश आजाद ने भी नामांकन वापस ले लिया है। जबकि यमुनोत्री में संजय डोभाल, लालकुंआ में संध्या डालाकोटी, रामनगर में संजय नेगी, रुद्रप्रयाग में मातवर सिंह कंडारी, बागेश्वर में भैरव सिंह, घनसाली में भीमलाल आर्य अब भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में डटे हैं। जो पार्टी की मुश्किलें बढ़ाए हुए हैं।
ऋषिकेश विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के मैदान से हटने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली। पार्टी ने तत्काल उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है। साथ ही चुनाव अभियान समिति (गढ़वाल मंडल) का को-चेयरमैन की भी जिम्मेदारी दी है। पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव ने सजवाण को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी।
समाजवादी पार्टी का कहना है कि प्रदेश में 70 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के बावजूद वह 14 सीटों पर नामांकन नहीं कर पाए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एसएन सचान ने नामांकन प्रक्रिया में भेदभाव का आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचान का कहना है कि उनके 70 विधानसभा सीटों में से 14 पर प्रत्याशी नामांकन नहीं कर पाए। कुछ पर्वतीय जिलों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों और खराब मौसम के कारण उनके प्रत्याशी नामांकन के लिए नहीं पहुंच पाए और कुछ जगह पर पार्टी का सिंबल प्रत्याशी तक नहीं पहुंच पाया।
वहीं, नरेंद्र नगर विधानसभा सीट को लेकर रिटर्निंग ऑफिसर पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि रिटर्निंग अफसर ने सपा प्रत्याशी के नामांकन में लापरवाही बरती। जिस वजह से प्रत्याशी का नामांकन नहीं हो पाया है। सचान ने बताया कि नरेंद्र नगर में उनके प्रत्याशी के साथ हुए भेदभाव को लेकर शिकायत की गई है। जल्द ही पार्टी इस मामले को मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष लेकर जाएगी। उन्होंने बताया कि कई सीटों पर सपा छोटे दलों को समर्थन देगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button