उत्तराखंड

खुले कुट्टू के आटे से करें परहेज !!!!

जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के मुताबिक खुले आटे की अवधि एक माह होती है

पिछले साल देहरादून जिले के रायवाला क्षेत्र में कुट्टू के आटे की पूडिय़ां खाकर कई लोग बीमार हो गए थे। अब हरिद्वार के श्यामपुर में इस तरह की घटना सामने आई है।  कुट्टू के आटे की पहचान कैसे करें कि वह गुणवत्ता वाला है या सेवन के लिहाज से खराब हो चुका है। जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के मुताबिक खुले आटे की अवधि एक माह होती है। लिहाजा, इससे अधिक पुराना आटा सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।उन्होंने कहा कि कुट्टू का आटा सिर्फ नवरात्र में उपयोग किया जाता है। लिहाजा, व्यापारी बचे स्टाक को वापस करने के बजाय बिक्री के लिए रख देते हैैं। ऐसे में ग्राहकों को भी जागरूक होना पड़ेगा। खुले आटे को जांच-परखकर ही खरीदें। यह जरूर देखना चाहिए कि आटे में पैकिंग की तिथि क्या डाली गई है। वहीं, देहरादून के अधिकारी भी अब सचेत दिख रहे हैैं और सैंपलिंग कराने की बात कह रहे हैं। जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने सभी अधिकारियों को सैंपलिंग करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

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